पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी सरकार बचाने की आखिरी कोशिश कर रहे हैं। संसद में विश्वास खोने की आशंका के बाद इमरान ने जनता की अदालत में खुद को साबित करने की कवायद शुरु कर दी है। आपको बता दें कि पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की कुर्सी जाने का खतरा मंडरा रहा है, क्योंकि उनके खिलाफ विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है। इस पर सोमवार को वोटिंग होनी है। लेकिन वोटिंग से पहले इमरान, इस्लामाबाद में एक रैली कर रहे हैं और लोगों का समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। पाकिस्तान की राजधानी में होने वाली इस रैली में हिस्सा लेने के लिए इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के हजारों समर्थक पहुंच चुके हैं। इमरान भी इस रैली में पहुंच गए हैं। इस दौरान उन्होंने मंच पर से दोनों हाथ उठाकर भीड़ का अभिवादन स्वीकार किया।
गहराता जा रहा है सियासी संकट
सत्ता खोने की आशंका के जूझ रहे प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) के लिए मुसीबत और बढ़ गई है। उनके विशेष सहायक और एमएनए शाहजैन बुगती ने सरकार से इस्तीफा देने और विपक्ष का साथ देने का एलान किया है। बिलावल भुट्टो और शाहजैन बुगती दोनों ने साथ में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बुगती ने अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा कि मुल्क का हाल देखकर मैंने इस्तीफा देने का फैसला किया है। हम बिलावल और विपक्ष के साथ खड़े हैं।
इमरान की कुर्सी बचना मुश्किल
विपक्ष ने दावा किया है कि उसके पास सरकार को हटाने के लिए 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में जरूरी 172 सांसद हैं। मीडिया सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान सरकार के 50 मंत्री लापता हो गए हैं। लापता पाकिस्तानी मंत्रियों में से 25 संघीय और प्रांतीय सलाहकार, राज्य के मंत्री और विशेष सहायक हैं। कई सांसदों के बगावत की भी खबर है। उधर, इमरान ने अपने समर्थकों से कहा है कि वे नेशनल असेंबली का घेराव करें और सांसदों को अंदर जाने से रोकें।