विश्व पर्यावरण दिवस पर आज राजधानी दिल्ली में विज्ञान भवन में ‘मिट्टी बचाओ’ पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने देश को बड़ी खुशखबरी दी। दरअसल पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच देश की तेल कंपनियों ने Ethanol Petrol Blending का अपना 10 फीसदी का लक्ष्य हासिल कर लिया है। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि देश ने यह लक्ष्य 5 माह पहले ही हासिल कर लिया है। आपको बता दें कि Ethanol Petrol Blending के कारण कार्बन उत्सर्जन में भी भारी कमी आती है और साथ ही देश के किसानों की आय में भी बढ़ोतरी होती है।
दिसंबर 2022 तक का था लक्ष्य
आपको बता दें कि मई माह में ही केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि भारत में पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण का स्तर 9.99 प्रतिशत तक पहुंच गया है। गौरतलब है कि भारत ने 2022 के अंत तक पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण और 2030 तक 20 प्रतिशत मिश्रण का लक्ष्य रखा था। इसके अलावा केंद्र सरकार ने 2030 तक डीजल के साथ बायोडीजल के 5 प्रतिशत मिश्रण का भी लक्ष्य रखा है। इस हिसाब तेल कंपनियों ने 10 फीसदी का लक्ष्य करीब 5 महीने पहले ही पूरा कर लिया है। Ethanol Petrol Blending के जरिए केंद्र सरकार ने करीब 40 हजार करोड़ रुपए की बचत की है।
पेट्रोल इथेनॉल मिश्रण का ये है लाभ
दरअसल पेट्रोल में इथेनॉल सम्मिश्रण कार्यक्रम का उद्देश्य कच्चे तेल के आयात पर देश की निर्भरता को कम करना, कार्बन उत्सर्जन में कटौती करना और किसानों की आय को बढ़ाना है। केंद्र ने मिश्रण को प्रोत्साहित करने के लिए अक्टूबर से मिश्रित ईंधन पर 2 रुपए प्रति लीटर के अतिरिक्त शुल्क की भी घोषणा की है। मई माह में ही केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने कहा था कि देश की तेल विपणन कंपनियों (तेल विपणन कंपनियों) ने पेट्रोल में 9.99 फीसदी इथेनॉल सम्मिश्रण का लक्ष्य हासिल किया गया है, तब ही यह माना जा रहा था कि केंद्र सरकार द्वारा तय लक्ष्य समय से पहले ही पूरा कर लिया जाएगा। भारत 2025-2026 तक Ethanol Petrol Blending 20 प्रतिशत सम्मिश्रण हासिल करने के लिए तैयार है।