नाम वापसी की समय सीमा समाप्त होने के बाद बुधवार को नगरीय निकाय चुनाव की तस्वीर साफ हो गई। भोपाल सहित अन्य नगर निगमों में कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा जमा किए गए नामांकन पत्रों को पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के पक्ष में वापस ले लिया। उधर, पंचायतों की तरह सीहोर जिले की शाहगंज, सागर जिले की बरोदिया नगर परिषद के सभी पार्षद निर्विरोध निर्वाचित हुए। वहीं, कुछ निकायों में अधिकांश भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए। पहले चरण का नगरीय निकाय चुनाव छह जुलाई और दूसरे चरण का 13 जुलाई को होगा।
राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि नाम वापस लेने की अवधि समाप्त होने के बाद प्रत्याशियों को प्रतीक चि- आवंटित कर दिए गए हैं। मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के प्रत्याशियों को आरक्षित चिन्ह दिया गया है। वहीं, महापौर और पार्षद पद के निर्दलीय प्रत्याशियों को मुक्त चिन्ह आवंटित किए हैं।
इस बार चुनाव में पार्षद पद के प्रत्याशी के लिए भी अधिकतम व्यय सीमा निर्धारित की गई है। पहली बार नगर निगम क्षेत्र में व्यय पर्यवेक्षक नियुक्त करने का निर्णय लिया है। ये प्रत्याशियों द्वारा किए जाने वाले व्यय पर नजर रखेंगे। वहीं, चुनाव में आचार संहिता का पालन सुनिश्चित कराने के लिए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।