प्रदेश में त्रिस्तरीय (ग्राम, जनपद और जिला) पंचायत चुनाव के अंतिम चरण का मतदान शुक्रवार को होगा। इसमें जिला पंचायत सदस्य के 242, जनपद पंचायत सदस्य के एक हजार 916, सरपंच के छह हजार 408 और पंच के 22 हजार 378 पद के लिए एक करोड़ 13 लाख 11 हजार 479 (58 लाख 36 हजार 623 पुरुष, 54 लाख 74 हजार 592 महिला एवं 264 अन्य) मतदाता 20 हजार 608 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। सुरक्षा व्यवस्था के लिए 40 हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। मतदान सुबह सात से दोपहर तीन बजे तक होगा।
मतदान के ठीक बाद मतदान केंद्र स्तर पर मतगणना प्रारंभ हो जाएगी लेकिन पंच, सरपंच और जनपद सदस्य के परिणाम की घोषणा 14 जुलाई को होगी।
राज्य निर्वाचन आयुक्त बसंत प्रताप सिंह ने बताया कि शांतिपूर्ण मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 39 जिलों के 92 विकासखंडों की छह हजार 607 ग्राम पंचायतों में मतदान होगा। अधिकांश मतदान दल देर शाम तक मतदान केंद्रों पर पहुंच गए।
तीसरे चरण में जिला पंचायत सदस्य के 243, जनपद पंचायत सदस्य के एक हजार 955, सरपंच के छह हजार 607 और पंच के एक लाख पांच हजार 293 पद हैं। इनमें से एक जिला पंचायत सदस्य, 39 जनपद पंचायत सदस्य, 174 सरपंच और 68 हजार 216 पंच निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं। 25 सरपंच और 14 हजार 699 पंच पद के लिए कोई नामांकन पत्र प्राप्त नहीं हुआ।
यहां राज्य निर्वाचन आयोग नियमानुसार छह माह के भीतर चुनाव कराएगा। मतदान के लिए एक लाख तीन हजार 110 मतदानकर्मी तैनात किए गए हैं। मतदान केंद्र स्तर पर मतगणना मतदान के ठीक बाद प्रारंभ होगी, जबकि विकासखंड मुख्यालय पर मतगणना 11 जुलाई को होगी। 14 जुलाई को तीनों चरणों के पंच, सरपंच और जनपद सदस्य के निर्वाचन परिणाम की घोषणा की जाएगी। जिला पंचायत सदस्य के निर्वाचन परिणाम की घोषणा 15 जुलाई को होगी।
जिला पंचायत सदस्य के लिए गुलाबी रहेगा मतपत्र
प्रदेश में इस बार जिला और जनपद पंचायत सदस्य का चुनाव भी मतपत्र से कराया जा रहा है। जिला पंचायत सदस्य के लिए गुलाबी और जनपद पंचायत सदस्य के लिए पीले रंग का मतपत्र रहेगा। सरपंच पद के लिए नीले और पंच पद के लिए सफेद रंग का मतपत्र निर्धारित किया गया है।