श्रीलंका के लोगों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा जमा लिया है और वहां से हटने को तैयार नहीं हैं। इनका कहना है कि जब तक राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे इस्तीफा नहीं देते, वो वहां से नहीं हिलेंगे। वैसे राष्ट्रपति ने 13 जुलाई को इस्तीफे का ऐलान किया है, लेकिन लोगों का कहना है कि अब उन्हें राष्ट्रपति की बातों पर यकीन नहीं है। बता दें कि कल यानी शनिवार को बड़ी संख्या में आम जनता ने राष्ट्रपति भवन पर हमला बोल दिया था। इसके बाद राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे यहां से भाग गए थे। इसके कुछ ही देर के बाद प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने इस्तीफा दे दिया था। इस बीच रविवार को एक और कैबिनेट मंत्री ने इस्तीफा दे दिया। इस तरह अब तक 4 केन्द्रीय मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है।
राष्ट्रपति भवन में मिला बंकर
राष्ट्रपति भवन में एक बंकर पाया गया है। जानकारी के मुताबिक यह बंकर अंडरग्राउंड था और नकली दरवाजों के पीछे छुपाया गया था। बंकर तक पहुंचने के लिए एक लिफ्ट का भी इंतजाम था। मीडिया सूत्रों के मुताबिक महल में तैनात विशेष कार्य बल (एसटीएफ) टीम के सदस्यों ने भी इसकी पुष्टि की। यह बंकर इस तरह से तैयार किया गया है कि किसी भी तरह के हमले से सुरक्षित रह सकता है। अब अनुमान लगाया जा रहा है कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने भागने के लिए इसी का इस्तेमाल किया गया होगा।
लापता राष्ट्रपति का निर्देश
श्रीलंका के लापता राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे अज्ञात स्थान से ही शासन चला रहे हैं। रविवार को गोटबाया राजपक्षे ने अधिकारियों के देश में गैस की सप्लाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। आर्थिक संकट की मार झेल रहे श्रीलंका को 3700 मीट्रिंक टन एलपीजी मिली है जिसके बाद गोटबाया ने रसोई गैस का सुचारू वितरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। उधर सेना प्रमुख ने लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की है। श्रीलंकाई सेना प्रमुख जनरल शैवेंद्र सिल्वा ने रविवार को कहा कि मौजूदा राजनीतिक संकट को शांतिपूर्ण तरीके से हल करने का अवसर अब उपलब्ध है।