मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मानव दुर्व्यापार को रोकने के लिए सरकारी अमले के साथ सामाजिक संस्थाओं की सहभागिता आवश्यक है। अनेक आपराधिक तत्व इस संगठित अपराध में लिप्त रहते हैं। ऐसे तत्वों की धरपकड़ के साथ नागरिकों को भी इस दिशा में सजग और सावधान बनाने के लिए प्रभावी तरीके से अभियान संचालित किया जाए। बेटियों को छेड़छाड़ और अन्य गंभीर घटनाओं से बचा कर उनकी समुचित सुरक्षा सुनिश्चित करने, बच्चों को नशे से बचाने और बंधक श्रमिक व्यापार और कुप्रथा रोकने के लिए अभियान पूरी ताकत से चलाया जाए।
मुख्यमंत्री चौहान आज निवास कार्यालय पर में गृह सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में चर्चा कर रहे थे। बैठक मानव दुर्व्यापार निषेध जागरूकता सप्ताह के संबंध में विचार-विमर्श के लिए बुलाई गई थी। बैठक के निर्णय अनुसार प्रदेश आगामी माह में व्यापक और वृहद स्तर पर मानव दुर्व्यापार (ह्यूमन ट्रैफिकिंग) निषेध संबंधी जन-जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। अभियान की तिथियों का निर्धारण शीघ्र किया जाएगा। गृह, जेल एवं संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, मुख्य सचिव इक़बाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, पस महानिदेशक श्सुधीर कुमार सक्सेना सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।