उज्जैन । विक्रम विश्वविद्यालय के कार्य परिषद सदस्यों ने बुधवार को विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के 100 से अधिक विद्यार्थियों की समस्याएं सुनीं। उनका जल्द निराकरण करने का आश्वासन भी दिया। संवाद से समाधान नाम से कार्यक्रम विक्रम कीर्ति मंदिर सभागार में हुआ था। अध्यक्षता कुलपति प्रो. अखिलेशकुमार पांडेय ने की। उन्होंने उद्बोधन में कहा विश्वविद्यालय, विद्यार्थियों के लिए काम करता है। अगर विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान नहीं होता तो यह विश्वविद्यालय के लिए ठीक नहीं। इसके पीछे एक वजह यह भी है कि विद्यार्थी गलत लोगों से मिल जाते हैं, जिससे उनका काम नहीं हो पाता। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले शाम 7 बजे एक छात्रा उनसे मिलने बंगले पर आई।
उसने बताया कि उसका विदेश में उच्च अध्ययन के लिए एडमिशन हुआ है। उसे प्रोविजनल सर्टिफिकेट चाहिए, जो कई प्रयास के बाद भी कालेज से नहीं मिल रहा। उपकुलसचिव से बात कर उसे रात 11 बजे तक सर्टीफिकेट मुहैया कराया। विश्वविद्यालय ऐसी अहम समस्याओं का समाधान करने के लिए सदैव तत्पर है। कार्यक्रम को कुलसचिव डा. प्रशांत पुराणिक, कुलानुशासक प्रो. शैलेंद्र शर्मा, कार्य परिषद सदस्य सचिन दवे, संजय नाहर, गोविंद गंधे, ममता बैंडवाल ने भी संबोधित किया।
विशेष बैठक भी होगी
कार्य परिषद सदस्य सचिन दवे और राजेशसिंह कुशवाह ने नईदुनिया को बताया कि विद्यार्थियों ने नामांकन, अंकसूची में त्रुटियों का समाधान निर्धारित समय में न होने, प्रवेश और परीक्षा का एक निश्चित शेड्यूल न होने की शिकायत की। कहा कि जुलाई-अगस्त में प्रवेश बंद कर पढ़ाई शुरू करा देना चाहिए, मगर नवंबर-दिसंबर तक एडमिशन ही होते रहते हैं। सभी समस्याओं के समाधान के लिए जल्द बैठक की जाएगी।