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मुख्यमंत्री नारी सम्मान कोष की स्थापना 100 करोड़ की लागत से की जाएगी, भोपाल इंदौर में उद्योग पार्क स्थापित होगा

देवास। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर देवास में आयोजित महिला सशक्तिकरण-क्रेडिट लिंकेज कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रदेश की महिलाओं के लिए कई योजनाओं की घोषणा की। यहां उन्होंने 25 हजार 242 सदस्यों और 2112 समूहों को जोड़ने वाली महिला आजीविका औद्योगिक सहकारी संस्था के अंतर्गत स्व सहायता समूह की अध्यक्ष दुर्गा परमार को खटांबा स्थित पोषण आहार संयंत्र की चाबी सौंपी।

सीएम चौहान ने कहा कि महिलाओं को वित्तीय सहायता देने के लिए 100 करोड़ रुपये की लागत से मुख्यमंत्री नारी सम्मान कोष की स्थापना की जाएगी, मुख्यमंत्री महिला उद्यम शक्ति योजना भी लागू की जाएगी। महिलाओं के उद्यम को प्रोत्साहित करने के लिए इंदौर और भाेपाल में उद्याेग के प्लांट की स्थापना की जाएगी। यह प्लांट केवल महिलाओं के लिए होगा।

सीएम चौहान ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने महिलाओं के उत्थान के लिए केंद्र शासन से 300 करोड़ रुपये लाकर दिए गए हैं। प्रदेश में पौष्टिक आहार के लिए पहले जो काम ठेकेदारों के माध्यम से होता था वह अब स्व सहायता समूह के माध्यम से होगा। मप्र ने क्रांति की है। आजीविका मिशन में इस बार महिला सशक्तिकरण का नया अध्याय लिखा है। लाड़ली लक्ष्मी बेटियों को कालेज में एडमिशन लेने पर 25 हजार रुपये पढ़ाई के लिए दिए जाएंगे। मेडिकल या इंजीनियरिंग कालेज में एडमिशन होगा तो उनकी फीस मामा शिवराजसिंह चौहान भरवाएगा। काेरोना के दो साल में शादियां नहीं करवाए पाए। अब अप्रैल में धूमधाम से बेटियों की शादियां करवाई जाएगी।

दस करोड़ की लागत से आठ बड़े उत्पादन केंद्र खड़े होंगे

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पूर्व की कांग्रेस की कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा महिलाओं से उनका अधिकार छीनकर ठेकेदारों को दे दिया था, लेकिन शिवराजसिंह की सरकार आते ही यह महिलाओं को लौटा दिया गया है। यह सोच का अंतर दर्शाता है।

नड्डा ने कहा 8 ऐसे बड़े-बड़े उत्पादन केंद्र जो दस करोड़ की लागत से खड़े होंगे। ये महिलाओं को समर्पित किए जा रहे हैं। 80 करोड़ रुपये का काम महिला स्व सहायता समूहों को दिया जा रहा है। महिला सशक्तिकरण की दृष्टि से सालभर में 800 करोड़ रुपए के कार्य करने का मौका दिया जा रहा है। साढ़े तीन लाख स्वयं सहायता समूह मध्यप्रदेश में हैं। कुल मिलाकर 52 जिलों में 40 लाख बहनें इसमें जुड़ी हुई हैं। यह मध्यप्रदेश के महिला सशक्तिकरण का जीता जागता स्वरूप देखने को मिल रहा है। इसके लिए आपको बधाई देना चाहता हूं। नड्डा को माता चामुंडा का विधायक गायत्री राजे पवार ने चित्र भेंट किया।

महिला आरक्षण को लेकर सीएम ने ये कहा

सीएम ने मंच से कहा कि महिला सशक्तीकरण में मप्र ने क्रांति की है। 48 लाख लाड़ली लक्ष्मी बेटियां हैं। कोरोना में दो साल में शादी नहीं कर पाए, लेकिन अप्रैल से धूमधाम से बेटियों की शादी की जाएगी। मप्र ने सबसे पहले स्थानीय निकाय के चुनाव में सरपंच से लेकर मेयर तक के चुनाव में 50 प्रतिशत सीटे आरक्षित की बहनों के लिए रिजर्व कर दी। सरकारी में शिक्षकों में प्रतिशत 50 प्रतिशत बेटियों की भर्ती होगी। सामान्य

नोकरी में 33 प्रतिशत की बेटियों की भर्ती की जाएगी। 30 प्रतिशत भर्ती पुलिस में बेटियों की जाएगी। सीएम ने कहा कि पीएम आवास बनाने के लिए महिलाएं मिस्त्री का कार्य कर रही हैं। वे गेहूं की खरीदी करती हैं। हमारा प्रयास है कि स्वयं सहायता के जरिए महिला की आमदानी कम के कम 10 हजार रुपये प्रतिमाह हो।

प्रदेश में 41 लाख से अधिक लाड़ली लक्ष्मी हैं

सीएम चौहान ने कहा मप्र में बेटी पैदा हो तो लाड़ली लक्ष्मी कहलाती है। जन्म से लेकर अंतिम सांस तक हमने उसकी व्यवस्था की है। प्रदेश में 41 लाख से अधिक लाड़ली लक्ष्मी हैं। नड्डा ने कहा महिलाएं उत्पादन करेंगी, 800 करोड़ रुपये की सामग्री ले जाएंगी। उनके माध्मय से अपनी आजीविका चलाएंगी। समाज को भी खड़ा करने में अपनी भूमिका निभाएंगीं। देवास में महिला सशक्तिकरण की दृष्टि से बहुत बड़ा कार्यक्रम हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी सशक्तिकरण के लिए पोषण अभियान चलाया। 8 मार्च 2018 में राजस्थान के झंझुनू में इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी।

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