मुरैना। मुरैना जिले की तीन ग्राम पंचायतों ने इतिहास रच दिया है। यह तीनों ग्राम पंचायतें महिला सम्मान व महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनकर उभरी हैं। यहां सरपंच व पंच पदों पर महिलाओं को निर्विरोध चुना गया है। संभवत: पूरे प्रदेश में मुरैना जिला पहला है, जहां तीन ग्राम पंचायतों में महिला जनप्रतिनिधि निर्विरोध चुनावी रण में उतारी गई है। इनमें केबिनेट मंत्री दर्जा व एमपी एग्रो के चेयरमैन ऐंदल सिंह कंषाना का नाम सबसे अव्वल है, जिन्होंने अपने गृह गांव नायकपुरा और पड़ोसी हुसैनपुर ग्राम पंचायत में सरपंच व 12-12 पंच पदों पर महिलाओं को निर्विरोध चुनवाया है।
नायकपुरा से ऐंदल सिंह कंषाना की भावी कैलादेवी तो हुसैनपुर से जनकश्री निर्विरोध सरपंच बनेंगी। तीसरी ग्राम पंचायत सबलगढ़ जनपद की सिमरौदा किरार है, जहां ओमवती धाकड़ को निर्विरोध सरपंच चुनी गई हैं। पंचायत के सभी 12 वार्ड में भी महिलाओं को निर्विरोध पंच प्रत्याशी चुना गया है।
तीनों पंचायतों को नकद मिलेंगे 12-12 लाख, 15 लाख विकास कार्यों को
पंचायत चुनाव में निर्विरोध जीत हासिल करने वाले प्रत्याशियों और उनके क्षेत्र को सरकार द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा। जिस पंचायत में केवल सरपंच निर्विरोध चुना जाएगा उसे पांच लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी। ऐसी ग्राम पंचायत जिसके सरपंच तथा सभी पंच निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं, उन्हें सात लाख रुपये की पुरस्कार राशि मिलेगी और जिन पंचायतांे में सरपंच व पंच पदों पर महिलाएं निर्विरोध चुनी जाएंगी, उस ग्राम पंचायत को सरकार नकद 12 लाख रुपये और 15 लाख रुपये विकास कार्याें के लिए अलग से दिए जाएंगे।