यूक्रेन और रूस के बीच जंग शुरू हो चुकी है. जिसे लेकर तमाम देशों ने आपत्ति जताई है और रूस की इस कार्रवाई की निंदा की है. अब इस मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है. जिसमें बताया गया है कि, नाटो देशों ने रूस के खिलाफ कार्रवाई की पहल शुरू कर दी है. यूक्रेन पर हमले के बाद नाटो देशों की एक बड़ी बैठक में ये फैसला लिया गया है.
इस बैठक में नाटो ने कहा है कि वो सहयोगी देशों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. बता दें कि NATO दुनियाभर के तमाम देशों का एक सैन्य संगठन है, जिसे ऐसी ही युद्ध के हालात के लिए बनाया गया है. अगर नाटो में शामिल किसी भी देश पर हमला किया जाता है तो इसे नाटो पर हमला माना जाता है, इसके बाद सभी देश मिलकर उस हमला करने वाले देश पर कार्रवाई करते हैं.
अमेरिका ने भेजी सेना
यूक्रेन लगातार NATO में शामिल होने की बात करता आया है, लेकिन रूस ने हमेशा से इसका विरोध किया है. क्योंकि रूस नहीं चाहता है कि बाकी देशों की सेनाएं यूक्रेन की सीमाओं पर अपना बेस बनाएं. साथ ही यूक्रेन के जिन इलाकों पर रूस अपना अधिकार रखता है, उन्हें लेकर वो हमेशा से ही वो दुनियाभर के देशों से हस्तक्षेप नहीं करने की बात करता आया है. पुतिन का कहना है कि वो इसलिए नाटो के विस्तार के खिलाफ हैं, क्योंकि अमेरिका उनके लिए एक बड़ा खतरा है और उसे वो अपने देश की सीमाओं के पास नहीं आने दे सकता.