प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत और मॉरीशस के बीच समुद्री सुरक्षा सहित अन्य क्षेत्रों में सहयोग ने क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास (सागर) की अवधारणा को जमीन पर साकार कर दिखाया है. उन्होंने यह भी कहा कि विकास के लिए सहयोग का भारत का रुख साझेदार देशों की जरूरतों एवं प्राथमिकताओं का ख्याल रखने और उनकी संप्रभुता का सम्मान करने के साथ-साथ लोगों की खुशहाली बढ़ाने और उनकी क्षमताओं को मजबूत करने पर केंद्रित है.
प्रधानमंत्री ने मॉरीशस (Mauritius) में भारतीय सहयोग से बनी सामाजिक आवास इकाइयों की परियोजना का डिजिटल माध्यम से मॉरीशस के पीएम प्रविंद जगन्नाथ (Pravind Jugnauth) के साथ संयुक्त रुप से उद्घाटन करने के बाद यह बातें कही.
एक समारोह में दोनों नेताओं ने मॉरीशस में सिविल सर्विस कॉलेज और आठ मेगावाट की सोलर पीवी फार्म परियोजनाओं की भी शुरुआत की. यह परियोजना भी भारत की सहायता से चलायी जा रही है.
इस अवसर पर मेट्रो एक्सप्रेस परियोजना और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए भारत से मॉरीशस को 19 करोड़ अमेरिकी डॉलर की कर्ज सुविधा (एलओसी) देने पर समझौता किया गया. साथ ही छोटी विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन पर समझौता ज्ञापन (एमओयू) का भी आदान-प्रदान किया गया.
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि मॉरीशस पहला देश था जिसे भारत ने वैक्सीन मैत्री के तहत कोविड-19 के टीके भेजे. उन्होंने प्रसन्नता जताई कि आज मॉरीशस उन देशों में है जिसने अपनी तीन-चौथाई आबादी का पूरी तरह टीकाकरण कर दिया है.